जब हवा में ज्यादा नमी होती है तो ये खास तरह के बादल बनाती हैं और जब किसी इलाके की गर्म हवा इन बादलोंं से टकराती हैं तो ये बादल उसी स्थान पर सारा पानी गिरा देते हैं और उस स्थान पर भारी बारिश और बाढ की स्थित बन जाती है यह घटना पृथ्वी से लगभग 14 किमी की ऊॅचाई तक घटित होती है इस घटना में होने वाली वारिश लगभग 100 मिलीलीटर प्रतिघंटे की दर से होती है, यानि एक महीने की बारिश एक दिन में हो जाती है इस घटना को बादल फटना करते हैं
जब हवा में ज्यादा नमी होती है तो ये खास तरह के बादल बनाती हैं और जब किसी इलाके की गर्म हवा इन बादलोंं से टकराती हैं तो ये बादल उसी स्थान पर सारा पानी गिरा देते हैं और उस स्थान पर भारी बारिश और बाढ की स्थित बन जाती है यह घटना पृथ्वी से लगभग 14 किमी की ऊॅचाई तक घटित होती है इस घटना में होने वाली वारिश लगभग 100 मिलीलीटर प्रतिघंटे की दर से होती है, यानि एक महीने की बारिश एक दिन में हो जाती है इस घटना को बादल फटना करते हैं
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